ओटीटी और दूरसंचार विधेयक के मसौदे पर सलाह के दो शब्द

जीएस पेपर 2: सरकार की नीतियां और हस्तक्षेप

महत्वपूर्ण

प्रारंभिक परीक्षा: विधेयक के प्रावधान

मुख्य परीक्षा: मसौदा दूरसंचार विधेयक का महत्व

संदर्भ

भारतीय दूरसंचार विधेयक, 2022 के मसौदे के दायरे में ओवर द टॉप या ओटीटी (संचार सेवाएं) को शामिल करना, जिसे हाल ही में सार्वजनिक टिप्पणियों के लिए अनावरण किया गया था, एक ऐसी विशेषता है जिसने बहुत अधिक ध्यान और टिप्पणी खींची है।

ओटीटी (ओवर-द-टॉप) अनुरोध पर और व्यक्तिगत उपभोक्ता की आवश्यकताओं के अनुरूप इंटरनेट पर टेलीविजन और फिल्म सामग्री प्रदान करने का एक माध्यम है। यह शब्द स्वयं “ओवर-द-टॉप” के लिए है, जिसका तात्पर्य है कि एक सामग्री प्रदाता मौजूदा इंटरनेट सेवाओं के शीर्ष पर जा रहा है।

मसौदा दूरसंचार विधेयक विश्लेषण:

ओटीटी प्लेटफॉर्म:

ओटीटी के पीछे तर्क

ओटीटी संचार सेवाओं को दूरसंचार कानून के दायरे से बाहर क्यों रखा जाना चाहिए

अगर ओटीटी संचार सेवाओं को आईटी अधिनियम के दायरे से दूर दूरसंचार कानून में ले जाया जाता है तो इतना हो-हल्ला क्यों होना चाहिए?

चिंताएं

क्या होगा यदि केवल ओटीटी के संचार घटक को विनियमित किया जाए?

निष्कर्ष

दूरसंचार व्यवस्था का आधुनिकीकरण और नियमन पिछले कुछ समय से पाइपलाइन में था और इस कानून का इरादा यह स्पष्ट करता है कि प्रौद्योगिकी को शामिल करना ही आगे का रास्ता है। सरकार की मंशा इस क्षेत्र में व्यापार को बढ़ावा देने और अधिक एफडीआई आमंत्रित करने की रही है लेकिन इसे एक व्यापक कानून बनाने के लिए बहुत सारे अंतरालों को पूरा करना होगा।