Daily Current Affairs for 31th May 2022

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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

चर्चा में क्यों

• अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का 8वां संस्करण “मानवता के लिए योग” विषय के साथ मनाया जाएगा। आयुष मंत्रालय ने 21 जून 2022 को भारत और दुनिया भर में आयोजित होने वाले 8वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 के लिए इस विषय को चुना है।

मुख्य बिंदु

• अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 समारोह का मुख्य कार्यक्रम कर्नाटक के मैसूर में आयोजित किया जाएगा।
• कोविड-19 महामारी के दौरान आयोजित पिछले साल के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस का विषय “स्वास्थ्य के लिए योग” था।
• प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने “मन की बात” कार्यक्रम के अपने संबोधन में इस विषय की घोषणा की थी।

विषय हेतु कारण:

• इस वर्ष के अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के लिए इस विषय को बहुत विचार-विमर्श/परामर्श के बाद चुना गया है और यह उचित रूप से चित्रित करता है कि कैसे कोविड-19 महामारी के चरम के दौरान, योग ने पीड़ा को कम करने में मानवता की सेवा की और कोविड के बाद उभरते भू-राजनीतिक परिदृश्य में भी, यह करुणा और दया के माध्यम से लोगों को एक साथ लाएगा, एकता की भावना को बढ़ावा देगा तथा दुनिया भर के लोगों के जीवन में आसानी लेकर आएगा।
• मानवता के लिए योग पर ध्यान केंद्रित करते हुए, इस वर्ष विशेष रूप से दिव्यांग लोगों, ट्रांसजेंडर आबादी, महिलाओं और बच्चों के लिए विशेष कार्यक्रम तैयार किए गए हैं।
• स्कूलों में योग शिक्षा का एक अभिन्न अंग, मानवीय मूल्यों पर भी ध्यान दिया जा रहा है। इस वर्ष हमारे गांवों/ग्राम पंचायतों में भी बड़ी संख्या में भागीदारी होगी, क्योंकि सामान्य सेवा केंद्र (सीएससी) सामान्य योग प्रोटोकॉल (सीवाईपी) के अभ्यास और प्रशिक्षण को बढ़ावा दे रहे हैं और उम्मीद है कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2022 में लाखों ग्रामीण नागरिक भी भाग लेंगे।
• अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के 8वें संस्करण में कई चीज़ें पहली बार देखने को मिलेंगी, उनमें से “गार्जियन रिंग” नामक एक अभिनव कार्यक्रम है, जो सूर्य की गति को प्रदर्शित करेगा, योग करने वाले लोगों की भागीदारी विभिन्न देशों में, पूर्व से शुरू होकर पश्चिम की ओर बढ़ते हुए सूर्य की गति के साथ होगी।
• यह एक अद्भुत रिले योग स्ट्रीमिंग कार्यक्रम होगा, जिसका दूरदर्शन के चैनलों पर सीधा प्रसारण किया जाएगा।
• देश इन दिनों “आजादी का अमृत महोत्सव” भी मना रहा है, ऐसे में 75 राष्ट्रीय स्तर के प्रतिष्ठित स्थलों पर भी 21 जून को बड़े पैमाने पर सामान्य योग प्रोटोकॉल का प्रदर्शन होगा, जबकि संबंधित राज्य भी अपने चयन के अनुसार 75 महत्वपूर्ण स्थानों पर इसी तरह के कार्यक्रम आयोजित करेंगे।
• मोरारजी देसाई राष्ट्रीय योग संस्थान के सहयोग से आयुष मंत्रालय द्वारा अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (आईडीवाई 2022) के 8 वें संस्करण को कई कार्यक्रमों के माध्यम से बढ़ावा दिया जा रहा है। 13 मार्च 2022 को 100 दिनों की उलटी गिनती को चिह्नित करने के लिए एक पूर्वावलोकन कार्यक्रम मनाया गया।
• दुनिया भर में 13 मार्च से 21 जून, 2022 तक 100 दिन, 100 शहर और 100 संगठन को शामिल करने वाले इस अभियान को शुरू किया गया।
• नई दिल्ली के लाल किले में 75वें दिन उलटी गिनती का कार्यक्रम आयोजित किया गया। 50वें दिन की उलटी गिनती असम के शिवसागर में मनाई गई और 25वें दिन की उलटी गिनती तेलंगाना के हैदराबाद में मनाई गई।
परम अनंत सुपरकंप्यूटर
चर्चा में क्यों
• इलेक्ट्रोनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) तथा विभाग एवं प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी) की – एक संयुक्त पहल राष्ट्रीय सुपरकंप्यूटिंग मिशन (एनएसएम) के तहत राष्ट्र को कमीशन किया गया।
मुख्य बिंदु
• परम अनंत सुपरकंप्यूटिंग फैसिलिटी की स्थापना एनएसएम के चरण 2 के तहत की गई है जहां इस प्रणाली को बनाने के लिए प्रयुक्त अधिकांश कंपोनेंट का विनिर्माण और असेंबल मेक इन इंडिया की तर्ज पर सी-डैक द्वारा विकसित स्वदेशी सॉफ्टवेयर स्टैक के साथ-साथ देश में किया गया है।
• एनएसएम के तहत इस 838 टेराफ्लॉप्स सुपरकंप्यूटिंग फैसिलिटी की स्थापना करने के लिए 12 अक्तूबर 2020 को आईआईटी, गांधीनगर और एडवांस कंप्यूटिंग विकास केंद्र (सी-डैक) के बीच समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए।
• यह प्रणाली सीपीयू नोड्स, जीपीयू नोड्स, हाई मेमोरी नोड्स, हाई थौरोपुट स्टोरेज एवं हाई परफार्मेंस इनफिनीब के मिक्स सुसज्जित है तथा विभिन्न वैज्ञानिक और इंजीनियरिंग अनुप्रयोगों की कंपूटिंग आवश्यकताओं को पूरी करने के लिए इंटरकनेक्ट है।
परम अनंत सिस्टम
• परम अनंत सिस्टम हाई पावर उपयोग प्रभावशीलता प्राप्त करने के लिए डायरेक्ट कांटैक्ट लिक्विड कूलिंग टेक्नोलॉजी पर आधारित है और इस प्रकार प्रचालनगत लागत को कम करती है।
• मौसम तथा जलवायु, बायोइंफार्मेटिक्स, कंप्यूटेशनल कैमिस्ट्री, मोलेक्यूलर डायनैमिक्स, मैटेरियल साईंस, कंप्यूटेशनल फ्लुड डायनैमिक्स आदि जैसे विभिन्न वैज्ञानिक डोमैन से मल्टीपल ऐप्लीकेशंस को शोधकर्ताओं के लाभ के सिस्टम पर संस्थापित किया गया है।
• यह हाई एंड कंप्यूटिंग सिस्टम शोधकर्ता समुदाय के लिए एक बड़ा मूल्य वर्धन साबित होगी।
• परम अनंत सुपरकंप्यूटिंग फैसिलिटी संस्थान में विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी के विविध विषगत क्षेत्रों में अनुसंधान एवं विकास (आर एंड डी) गतिविधियों को आगे बढ़ाने के लिए आईआईटी, गांधीनगर के लिए काफी लाभप्रद होगा।
लाभ
• इसके अतिरिक्त, यह कृत्रिम आसूचना (एआई), मशीन लर्निंग (एमएल) एवं डाटा साईंस, कंप्यूटेशनल फ्लुड डायनैमिक्स (सीएफडी), जीनोम सेक्वेसिंग तथा डीएनए अध्ययन के लिए बायो इंजीनियरिंग, जीन नेटवर्क के पूर्वानुमान तथा पता लगाने में प्रयुक्त कंप्यूटेशनल बायोलॉजी तथा बायोइंफार्मेटिक्स, एटोमिक एवं मोलेक्यूलर विज्ञान जो यह समझने में मदद करता है कि किस प्रकार कोई ड्रग किसी विशेष प्रोटीन को बांधता है, उग्र मौसम पूर्वानुमानों तथा मॉडलों के सिमुलेशन के लिए जलवायु परिवर्तन तथा पर्यावरण अध्ययन जो किसी तूफान के आने का पूर्वानुमान लगा सकता है, ऊर्जा अध्ययन जो डिजाइन सिमुलेशन को आगे बढ़ाने तथा विभिन्न परिमाणों पर ऊर्जा रूपांतरण उपकरणों को ईष्टतम बनाने में सहायता करेगा, फायर डायनैमिक्स सिमुलेशन, नैनोटेक्नोलॉजी, रोबोटिक्स, एप्लॉयड गणित, खगोल विज्ञान तथा खगोल भौतिकी, सामग्री विज्ञान, क्वांटम यांत्रिकी, भवनों, सेतुओं तथा जटिल संरचना के गतिशील व्यवहार को समझने के लिए सिविल इंजीनियरिंग तथा संरचनात्मक यांत्रिकी के लिए भी लाभदायक सिद्ध होगी।
• कुल कंप्यूट शक्ति का एक हिस्सा एनएसएम के अधिदेश के अनुरूप, निकटस्थ शैक्षणिक तथा अनुसंधान संस्थानों के साथ भी साझा किया जाएगा।
• इसके अतिरिक्त, एनएसएम ने भारतीय तथा अन्य सस्थानों एवं उद्योगों से जुड़े शोधकर्ताओं के लिए इस सुपरकंप्यूटिंग फैसिलिटी का उपयोग करते हुएकई अनुप्रयोग शोध परियोजनाओं को प्रायोजित किया है।
• कुल मिला कर, यह सुपरकंप्यूटिंग फैसिलिटी वैश्विक सम्मान की स्थिति तक पहुंचने के लिए भारतीय शिक्षा क्षेत्र तथा उद्योगों में अनुसंधान एवं विकास पहलों को बड़ा प्रोत्साहन उपलब्ध कराएगा।
• एनएसएम के तहत, अभी तक 24 पेटाफ्लॉप की संचयी कंप्यूटिंग क्षमता के साथ देश भर में 15 सुपरकंप्यूटर संस्थापित किए जा चुके हैं।
• इन सभी सुपरकंप्यूटरों का विनिर्माण भारत में किया गया है और ये स्वदेशी तरीके से विकसित सॉफ्टवेयर स्टैक पर प्रचालन कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना
चर्चा में क्यों
• केंद्र सरकार द्वार चलाई जा रही प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना का लाभ देश के जरूरतमंद किसान ले रहे हैं। इस योजना के तहत पात्र किसानों को सालाना 6 हजार रुपये दिए जाते हैं।
मुख्य बिंदु
• इस पैसों को इन्हें सीधे उनके बैंक खाते में भेजा जाता है। किसानों को इन पैसों को 2-2 हजार रुपये की किस्त में दिया जाता है।
• वहीं, इस योजना अब तक की 10 किस्त जारी हो चुकी है तथा सभी को 11वीं किस्त का इंतजार है। ऊर्जा मंत्रालय के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी द्वारा शिमला से जारी की जाने वाली कुल रकम लगभग 21 हजार करोड़ रुपये की होगी। यह धनराशि आज आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के तहत आयोजित ‘गरीब कल्याण सम्मेलन’ में जारी की जाएगी।
• इससे पहले 10वीं किस्त जारी की गई
• कृषि मंत्रालय ने 29 मई 2022 को एक बयान में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी 31 मई 2022 को शिमला से प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के अंतर्गत 10 करोड़ से अधिक किसानों के लिए 11वीं किस्त जारी करेंगे। इसकी कुल रकम 21,000 करोड़ रुपये होगी। बता दें कि इसके पहले 01 जनवरी 2022 को प्रधानमंत्री-किसान की 10वीं किस्त जारी की गई थी।
• प्रधानमंत्री किसान निधि योजना किसान परिवारों के लिए है। परिवार का अर्थ पति-पत्नी और दो नाबालिग बच्चे है।
• योजना के नियमों के अनुसार पीएम किसान का पैसा किसान परिवार को मिलता है यानी परिवार के किसी एक सदस्य के खाते में 6000 रुपये सालाना 2000-2000 की तीन किस्तों में सीधा बैंक खाते में आते हैं।
• इसके अतिरिक्त यदि किसान परिवार में कोई टैक्स देता है तो इस योजना का लाभ उसे नहीं मिलेगा। अगर कोई किसान खेती कर रहा है, लेकिन खेत उसके नाम नहीं है तो उसे इस योजना का फायदा नहीं मिलेगा।
• यदि खेत उसके पिता या दादा के नाम है तब भी वे इस योजना का लाभ नहीं उठा सकते।

• किसान होते हुए भी अगर आपको 10,000 रुपये महीने से अधिक पेंशन मिलती है, आप इस योजना के लाभार्थी नहीं हो सकते। वकील, डॉक्टर, इंजिनियर, चार्टर्ड अकाउंटेंट या इनके परिवार के लोग भी प्रधानमंत्री किसान योजना का लाभ नहीं ले सकते।

विश्व तंबाकू निषेध दिवस

चर्चा में क्यों

• विश्व तंबाकू निषेध दिवस विश्वभर में हर साल 31 मई को मनाया जाता है।

मुख्य बिंदु

• विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, भारत में तंबाकू के सेवन के वजह से प्रत्येक साल 10 मिलियन से ज़्यादा मौतें होती हैं और दुनिया के 12 प्रतिशत धूम्रपान करने वाले भारत में रहते हैं।
• यह दिवस तंबाकू के सेवन से होने वाले नुकसान के बारे में जागरूकता बढ़ाने हेतु मनाया जाता है।
• मानव लागत के अतिरिक्त तंबाकू के सेवन से पर्यावरण भी खराब होता है।
• तंबाकू का सेवन हमारे स्वास्थ्य हेतु कितना हानिकारक है, फिर भी हमलोग तंबाकू के सेवन करना नहीं छोड़ते। इस दिवस का उद्देश्य तंबाकू के उपयोग से जुड़े खतरे को सामने लाना है।
• बता दें किसी भी तरह के तंबाकू का सेवन करने से फेफड़ों की क्षमता कम हो जाती है तथा सांस की बीमारियों की गंभीरता बढ़ जाती है।
• तंबाकू का सेवन स्वास्थ्य हेतु हानिकारक है। ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे (2016-2017) के मुताबिक भारत में तंबाकू सेवन शुरू करने की औसत आयु 18। 7 वर्ष है।
थीम
• प्रत्येक साल विश्व तंबाकू निषेध दिवस अलग थीम के साथ मनाया जाता है। इस साल विश्व तंबाकू निषेध दिवस की थीम “पर्यावरण की रक्षा करें” है।
• इस साल की विषय पर्यावरण पर तंबाकू के प्रभाव पर केंद्रित है।
महत्‍व
• विश्‍व तंबाकू निषेध दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य तंबाकू के खतरों एवं स्वास्थ्य पर इसके नकारात्मक प्रभावों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना है।
• यही नहीं, इसके साथ-साथ निकोटीन व्‍यावसाय एवं तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों तथा मौतों को कम करना भी है।
इतिहास
• विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा सबसे पहले साल 1987 में एक प्रस्ताव पारित किया गया था। इसे 07 अप्रैल 1988 को ‘विश्व धूम्रपान निषेध दिवस’ के रूप में लागू किया गया है।
• इस अधिनियम के अंतर्गत लोगों को कम से कम 24 घंटे तक तंबाकू का उपयोग करने से रोकना था। हालांकि, इसे बाद में 31 मई से विश्व तंबाकू निषेध दिवस के रूप में मनाया जाने लगा।
• तंबाकू के सेवन से फेफड़ों का कैंसर हो सकता है, जो ज्यादातर सिगरेट पीने वाले लोगों को प्रभावित करता है। फेफड़ों के कैंसर से पीड़ित करीब-करीब 80 से 90 फीसदी लोगों का तंबाकू धूम्रपान का इतिहास रहा है।

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